जीवन में परिश्रम का
बहुत महत्त्व है| शहद की मक्खी तिल-तिल करके शहद जुटाती है उसे
कोई शहद से भरा हुआ मटका नहीं मिला | यह शहद उसके सतत परिश्रम का ही परिणाम है |ऐसे ही चींटी अनवरत कार्य करती है |वह
अपने अन्न के दाने को धीरे-धीरे चढ़ते ,कभी गिरते अपनी मंजिल तक पहुँचा देती है |इस
प्रकार यदि मन में दृढ़ संकल्प हो तो कठिन कार्य भी मुस्कराहट के साथ पूर्ण हो जाता
है |परिश्रम और कार्य के प्रति विश्वास ही आपको सफलता दिलाता है|
जन्म मिला जीवन खिला ,यह अवसर अनमोल |
आलस में बीते नहीं ,चलिए मंजिल की और ||
संगीता जिंदल
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