जीवन
में सफलता की सीढ़ीचढ़ने के लिए जरुरी है- लक्ष्य निर्धारण,लक्ष्य प्राप्ति के लिए
बेचैनी, रूचि,इच्छा,दृढ़ निश्चय,प्रयास इत्यादि|किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने
के लिए सबसे पहले लक्ष्य निर्धारण करना चाहिए|तत्पश्चात उस लक्ष्य को पाने के लिए
आवश्यक प्रयासों को दृढ़ इच्छा शक्ति और दृढ़ निश्चय के साथ करना चाहिए|किसी भी काम
को बिना रूचि के करने पर मनवांछित फल प्राप्त नहीं होता और न ही मानव खुशी अनुभव
करता है|उसे वह काम बोझ लगने लगता है|यदि किसी काम को प्रसन्न मन से किया जाए तो
उसका परिणाम भी अच्छा होता है और उस काम को करने में आनंद भी मिलता है|कहा भी
जाता है- मन के हारे हार है मन के जीते जीत अर्थात यदि हम किसी काम को शुरू
करने से पहले ही उसके विषय में नकारात्मक सोच धारण कर लेते हैं तो उस काम में
मिलने वाली सफलता कोसों दूर चली जाती है|काम के प्रति सकारात्मक सोच और कठोर
परिश्रम मनुष्य को सफलता के सर्वोच्च शिखर पर पहुचा देता है|इस विषय में यह कथन
सत्य प्रतीत होता है कि
"सवेरे से पहले गहन अंधकार होता है
सकारात्मक सोच भरेंगे तो छिटकेगी मंजिल"
नीलम सोलंकी
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