Monday, July 29, 2013

नैतिक मूल्य

नैतिक मूल्यों से तात्पर्य उन मूल्यों से है जो किसी भी व्यक्ति के चरित्र निर्माण का आधार होते है यह हमे माता-पिता, परिवार, समाज व् शिक्षकों द्वारा प्राप्त होते है समय व् परिवेश के साथ नैतिक मूल्यों की उपयोगिता व् उनके महत्व में परिवर्तन होता रहता है सत्तर के दशक की नैतिकता के अर्थ की यदि हम बीसवीं सदी से तुलना करे तो अंतर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है अतः समय व् परिवेश के साथ नैतिक मूल्यों में भी परिवर्तन किया जाना वर्तमान समय की आवश्यकता है किन्तु आजकल के आधुनिक युग में छात्रों में नैतिक मूल्यों का हास हो रहा है, छात्र बिना सोचे समझे पश्चिमी सभ्यता को श्रेष्ठ मान उनका अन्धाधुन अनुसरण कर रहे है अतः शिक्षकों का यह कर्तव्य है की वह छात्रों के समक्ष स्वयं आदर्श बन कर अपने रचनात्मक गुणों का यथोचित प्रयोग करे व् समय समय पर अपने निजी अनुभव बाँट कर उनका नैतिक एवं चारित्रिक उत्थान करे तथा उचित मार्गदर्शन करे!


प्रियंका 

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